Sunday, May 9, 2010

जिंदगी की तलाश

मदर्स डे बीत गया और हमने अपनी-अपनी माओं का शुक्रिया अदा कर उन्हें प्यार भरे तोहफ़े भी दे दिए..पर कल हमने अपने शब्दों में आपसे कुछ और भी कहा था, नहीं पता कितने लोगों ने हमारी बातों को गौर किया और सबसे बड़ी बात पता नहीं कितने लोगों ने उसपर अमल किया। खैर आकड़ों में तो नहीं कहा जा सकता है, पर हमें उम्मीद जरुर है कि कुछ दिलों ने संकल्प पूरा करने का संकल्प जरुर लिया होगा। हम ऐसे लोगों का शुक्रिया अदा करते हैं, पर वहीं अभी भी ऐसे लोग हैं जो इस बात को सिर्फ एक मामूली बात समझ कर भूल भी गए होंगे। हम ऐसे लोगों से ही अपने शब्दों के जरिए कुछ कहना चाहते हैं। जरुरी नहीं है कि किसी काम को करने के लिए आपके पास पैसा हो...बस एक सही सोच और एक सही दिशा की जरुरत है किसी अच्छे काम को करने के लिए, हमने आपको हमसे मिलवाया क्या करना चाहते हैं ये बताया, लेकिन आपके सहयोग से ये नेक काम पूरा नहीं हो सकता, ये हमारा स्वार्थ नहीं हम, आप और सबकी जरुरत है। असीम गुणों से भरे कुदरत के खजाने को खाली होने से बचाना हम सबका कर्तव्य है, ताकि आगे हमारे घर में खजाना भरा रहे। जिन्होंने ऐसा किया, जो कर रहे हैं या जो करना चाहते हैं उन्होंने बहुत अच्छा किया। पर जो नहीं कर रहे उन्हें करना चाहिए और जो नहीं कर पा रहे उन्हें मदद तो करनी ही चाहिए, जब ऐसा सोच लेंगे तो फिर वो दिन दूर नहीं जब हम बिना किसी प्राकृतिक आपदा के डर के खुशहाल जिंदगी बसर करेंगे। हम इस जिंदगी की तलाश में आगे बढ़ चुके हैं और उम करते हैं आप हमारा साथ जरुर देंगे...

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